कितना खतरनाक है गले का कैंसर, जानें कारण और बचने के उपाय

कितना खतरनाक है गले का कैंसर, जानें कारण और बचने के उपाय

सेहतराग टीम

कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनने से ही लोगों में डर पैदा हो जाता है। यह इसलिए क्योंकि यह बीमारी ज्यादा खतरनाक और जानलेवा होती है। वैसे तो कैंसर कई प्रकार के होते हैं, लेकिन अधिकतर गले और मुंह का कैंसर सुनने को मिलता है। वहीं यह कैंसर महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में अधिक होता है। ये कैंसर भारत में बहुत तेजी से पैर पसारना शुरु कर चुका है। गले का कैंसर उन लोगों में ज्यादा दिखाई देता है जो लोग तंबाकू और सिगरेट का सेवन काफी ज्यादा मात्रा में करते हैं। 

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पिछले कुछ सालों से माउथ कैंसर के मामले भी बहुत बढ़ गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 20 से 25 साल के युवा भी गले के कैंसर का शिकार हो रहे हैं। हालांकि, इस मामले में सबसे ज्यादा 40 से 50 साल के लोग शिकार होते हैं। हम सब जानते हैं कैंसर कितना खतरनाक हो सकता है। कैंसर की वजह से हमारी जान भी जा सकती है। 

कैंसर से लड़ने के लिए हम पूरी तरह तो तैयार नहीं हैं लेकिन अगर हम कैंसर के लक्षणों पर नजर रखें तो हम इस बीमारी को जल्द पकड़ कर अपने से दूर कर सकते हैं। आपको इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि आखिरकार मुंह का कैंसर किस तरह फैलता है और इसके लक्षण क्या होते हैं। 

गले का कैंसर क्या है

गले के कैंसर मुंह से शुरू होता है और बाद में गले के पिछले हिस्से तक जा पहुंचता है। जिसकी वजह से आपकी जीभ और टांसिल्‍स के हिस्से शामिल होते हैं। ये हमारे श्‍वांसनली में भी फैल जाते हैं। थ्रोट कैंसर हमारे वॉयस बॉक्स, वोकल कॉर्ड और मुंह के अन्य हिस्सों जैसे टॉन्सिल्स में भी हो सकता है। 

गले के कैंसर के लक्षण 

  • कई दिनों तक आवाज बदल रही हो या भारी हो रही हो। 
  • मूसड़ों में सूजन या दांतों में दर्द महसूस हो रहा हो। 
  • गले में गांठें महसूस हो रही हो। 
  • मुंह में लगातार दर्द रहे और खून निकले। 
  • गले में जकडऩ, सांस लेने में तकलीफ।
  • खाना निगलने में परेशानी होना।
  • सांस से दुर्गंध महसूस होना। 
  • बार-बार कफ आना। 
  • लगातार वजन घटना। 

गले के कैंसर का कारण 

वैसे तो थ्रोट कैंसर धूम्रपान या तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों को होता है। लेकिन आप ये ना सोचें कि अगर आप धूम्रपान या तंबाकू का सेवन नहीं करते तो आप इससे दूर रह सकते हैं। आपको बता दें कि थ्रोट कैंसर उन लोगों को भी अपना शिकार बनाता है जो लोग धूम्रपान और तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों के बहुत ही ज्यादा संपर्क में होते हैं। तंबाकू का सेवन करने से ये हमारे श्वासनली पर काफी ज्यादा बुरा असर डालता है। जिसकी वजह से थ्रोट कैंसर का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। 

इसके साथ ही अगर कोई शख्स शराब का सेवन करने के साथ धूम्रपान भी करता है तो उसे भी मुंह का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। आपको बता दें कि अल्कोहल और निकोटिन का एक साथ सेवन करना भी काफी नुकसानदायक होता है। इसके अलावा बढ़ते प्रदूषण या केमिकल डस्ट के कारण भी थ्रोट कैंसर का खतरा हो सकता है। 

आपको थ्रोट कैंसर के खतरे से बचने के लिए कई चीजों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। दांतों की उचित देखभाल न करने या दांतों में होने वाली समस्या को नजरअंदाज करने से भी भविष्य में यह समस्या हो सकती है। इसके अलाव अगर आपको विटमिन-ए की कमी भी है तो ये भी एक कारण बन सकता है। 

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